91 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित, यात्री परेशान
अमृतसर/फिरोजपुर, 28 सितंबर (एजेंसी)
पंजाब में बृहस्पतिवार को किसानों ने अपना तीन दिवसीय ‘रेल रोको' आंदोलन शुरू कर दिया और कई जगहों पर रेल की पटरियों पर बैठ गए जिससे कम से कम 91 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। किसानों ने हालिया बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और व्यापक कर्ज माफी की मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, फिरोजपुर मंडल के तहत 91 ट्रेनों में से 51 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, 24 ट्रेनों को गंतव्य से पहले समाप्त किया गया, पांच ट्रेनों को प्रस्थान स्टेशन से आगे से चलाया गया जबकि 11 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे केंद्र के खिलाफ 30 सितंबर तक अपना आंदोलन चलाएंगे। बृहस्पतिवार को मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर, तरनतारन, संगरूर, पटियाला, फिरोजपुर, बठिंडा और अमृतसर में 17 जगहों पर किसानों ने आंदोलन किया। अमृतसर में किसान देवीदास पुरा में अमृतसर-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। अमृतसर में किसान नेता गुरबचन सिंह ने कहा कि किसान, उत्तर भारतीय राज्यों के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के बाढ़ राहत पैकेज और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों के मुताबिक एमएसपी की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने अब समाप्त किये जा चुके तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनमें से प्रत्येक के परिवार को 10 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी की मांग भी की। फिरोजपुर में किसान नेता जसबीर सिंह ने कहा कि किसानों ने फिरोजपुर छावनी रेलवे स्टेशन और मल्लांवाला रेलवे स्टेशन पर रेलवे पटरियों को बाधित किया।
लुधियाना (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज लुधियाना में तो किसानों ने कहीं भी रेल पटरियों पर यातायात ठप नहीं किया लेकिन अन्य स्थानों पर रेल लाइनों पर किसानों के धरने के चलते रेलगाड़ियों को कई स्थानों पर रोकना पड़ा जिस कारण स्थानीय रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। रेलवे सूत्रों के अनुसार जालंधर छावनी रेलवे स्टेशन के निकट किसानों के धरने के कारण दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस और कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस को क्रमशः फगवाड़ा और लुधियाना रेलवे स्टेशनों पर रोकना पड़ा जिससे यात्रियों को खासी परेशानी हुई।